Difference Between Primary and Secondary Memory in Hindi : ज्यादातर लोग कंप्यूटर का उपयोग करते हैं एवं हम सभी इस बात को जानते हैं की कंप्यूटर में डाटा एवं जानकारी को स्टोर करने के लिए मेमोरी की आवश्यकता पड़ती है
कंप्यूटर मेमोरी दो प्रकार की होती है। जिन्हे Primary एवं Secondary Memory के नाम से जाना जाता है। हमने अपने लेख Computer Memory क्या है एवं कितने प्रकार की होती है में इस बारे में विस्तार से चर्चा की है।
कई लोग इन दोनों मेमोरी के बीच के अंतर को नहीं जानते। इसलिए आज हम उनके लिए Difference Between Primary and Secondary Memory in Hindi लेख लेकर आए हैं।
नमस्कार दोस्तों मैं अमन पाठक, आप सभी का Moody Dost में स्वागत करता हूं। आज के इस लेख में हम प्राइमरी एवं सेकंडरी में क्या अंतर है जानेंगे
Primary Memory क्या है - Primary Memory in Hindi
Primary Memory in Hindi : जैसे की हम इसके नाम से ही समझ सकते हैं ये कंप्यूटर की मुख्य मेमोरी होती हैं। इसी वजह से इसे main memory के नाम से भी जाना जाता है।
हमने प्राइमरी मेमोरी क्या है (Primary Memory in Hindi) पर एक विस्तृत लेख लिखा है। आप उसे पढ़ सकते हैं।
प्राइमरी मेमोरी को हिंदी में प्राथमिक मेमोरी कहा जाता है।
प्राइमरी मेमोरी volatile एवं non-volatile दोनो प्रकार की होती है। परंतु ज्यादातर यह volatile होती है जिसका अर्थ जब इसमें बिजली का संचालन बंद हो जाता है तो इसका सारा डाटा मिट(erase) अर्थात खत्म हो जाता है।
यह मेमोरी cpu के द्वारा direct accessible होती है।
इसी वजह से वर्तमान में सीपीयू(प्रोसेसर) जिस डाटा एवं निर्देशों पर काम कर रहा होता है उस डाटा को इस मेमोरी में स्टोर किया जाता है।
चूंकि प्राइमरी मेमोरी इंटरनल मेमोरी होती है एवं प्रोसेसर डाटा बस के जरिए इस मेमोरी से डाटा एक्सेस करता है इस वजह से इस मेमोरी से डाटा एक्सेस करना काफी तेज होता है।
प्राइमरी मेमोरी मुख्यतः semiconductor technology पर आधारित मेमोरी होती है, जिस वजह से इसकी कीमत बहुत ज्यादा होती है एवं यह महंगी बिकती है।
प्राइमरी मेमोरी में हमें डाटा स्टोर करने की क्षमता कम देखने को मिलती है।
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Secondary Memory क्या है - Secondary Memory in Hindi
Secondary Memory in Hindi : सेकंडरी मेमोरी अपने नाम से अपने बारे में पूर्णतः स्पष्ट नहीं करती है। हम यह अंदाजा लगा सकते हैं की इसका महत्व प्राइमरी मेमोरी की तुलना में कम है। परंतु यह पूर्ण सत्य नही है।
एक कंप्यूटर में इस मेमोरी का होना भी आवश्यक है। इस मेमोरी को कई बार Storage के नाम से भी जाना जाता है।
कई लोग इस मेमोरी को auxiliary memory भी कहते हैं। इस मेमोरी को हिंदी में द्वितीय या सहायक मेमोरी भी कहा जा सकता है।
सेकंडरी मेमोरी non volatile होती है अर्थात इसे डाटा सुरक्षित स्टोर रखने के लिए बिजली की आवश्यकता नहीं होती है।
यह मेमोरी सीपीयू के द्वारा डायरेक्ट एक्सेसिबल नही होती है। इसलिए इसका डाटा पहले प्राइमरी मेमोरी में जाता है एवं फिर processor के पास जाता है
इसे external memory भी बोला जाता है एवं इसका डाटा I/O Channels के द्वारा एक्सेस किया जाता है। इसी वजह से इसमें डाटा एक्सेस करना प्राइमरी मेमोरी की तुलना में धीमे होता है।
यह मेमोरी magnetic एवं optical devices से बनी होती है। जिस वजह से इसकी कीमत कम होती है एवं यह बाजार में सस्ते दामों में उपलब्ध हो जाती है।
Secondary memory में हमें ज्यादा डाटा स्टोर करने की क्षमता मिलती है।
Primary एवं Secondary Memory में क्या अंतर है - Difference Between Primary and Secondary Memory in Hindi
Difference Between Primary and Secondary Memory in Hindi :अब हम अलग अलग आधार पर Primary एवं Secondary Memory के बीच के अंतर (Difference) को जानेंगे।
Basic
Primary memory, computer में एक अहम भूमिका निभाती है। यह कंप्यूटर का एक महत्वपूर्ण भाग होती है।
जबकि सेकंडरी मेमोरी को सहायक मेमोरी के रूप में देखा जाता है। जिसका मुख्य उपयोग डाटा स्टोर करने के लिए किया जाता है।
Alternative Name
प्राइमरी मेमोरी को main memory भी कहा जाता है जिसे हिंदी में हम मुख्य मेमोरी कह सकते हैं।
सेकंडरी मेमोरी को auxiliary memory कहा जाता है जिसे हिंदी में सहायक मेमोरी कह सकते हैं।
Technology
Primary memory को बनाने में semiconductor तकनीक का उपयोग किया जाता है। यह मेमोरी सेमीकंडक्टर चिप्स से बनी होती है।
जबकि secondary memory, magnetic एवं optical devices se बनी होती है।
Moving Parts
Primary memory के अंदर कोई भी moving part नही होता है।
लेकिन अगर हम सेकंडरी मेमोरी की बात करें तो इसके अंदर मेविंग पार्ट्स का उपयोग किया जाता है।
Voltatility
प्राइमरी मेमोरी volatile एवं non volatile दोनों प्रकार की होती है।
लेकिन सेकंडरी मेमोरी सिर्फ non volatile होती है।
Speed
अगर स्पीड की बात की जाए तो प्राइमरी मेमोरी की स्पीड बहुत तेज होती है।
लेकिन वहीं पर सेकंडरी मेमोरी की स्पीड काफी कम होती है जिस वजह से ये काफी स्लो होती है।
Data Store
अगर हम प्राइमरी मेमोरी की बात करें तो जिस डाटा को सीपीयू प्रोसेस कर रहा होता है उस डाटा को इस मेमोरी में स्टोर किया जाता है।
वहीं पर सेकंडरी मेमोरी में डाटा को बाद के उपयोग के लिए स्टोर किया जाता है। ये डाटा जब तक हम डिलीट नही करते हैं तब तब मेमोरी में रहता है।
Accessibility
अगर हम प्राइमरी मेमोरी की बार करे तो यह मेमोरी सीधे CPU के द्वारा डायरेक्ट एक्सेस की जाती है।
वहीं पर सेकंडरी मेमोरी को सीपीयू डायरेक्ट एक्सेस नही कर सकता है। पहले डाटा सेकंडरी मेमोरी से प्राइमरी मेमोरी में जाता है फिर सीपीयू के द्वारा एक्सेस किया जाता है।
Access Speed
जैसा कि हमने बात की है की प्राइमरी मेमोरी सीपीयू के द्वारा डायरेक्ट एक्सेस की जाती है इस वजह से इसकी एक्सेस स्पीड काफी तेज होती है।
इसके साथ हमने ये भी जाना की secondary memory से डाटा primary memory में जाता है इसी वजह से इसकी एक्सेस स्पीड कम होती है।
Access Component
Primary Memory को serial bus के द्वारा एक्सेस किया जाता है।
जबकि सेकंडरी मेमोरी को I/O Channels के द्वारा एक्सेस किया जाता है।
Capacity
प्राइमरी मेमोरी में डाटा स्टोरेज करने की क्षमता सेकंडरी मेमोरी के मुकाबले कम होती है। प्राइमरी मेमोरी में हमें 1 GB से लेकर 64 GB तक की मेमोरी मिल जाती है।
वहीं पर हमें secondary memory में डाटा स्टोर करने की क्षमता काफी ज्यादा मिलती है। Secondary memory में हमें डाटा स्टोर करने के लिए 500 GB से 10 TB (1 TB = 1024 GB) स्टोरेज मिलती है।
Cost
चूंकि प्राइमरी मेमोरी में semiconductor तकनीक का उपयोग किया जाता है इस वजह से इसकी कीमत काफी ज्यादा होती है एवं यह महंगी बिकती है।
वहीं पर primary memory की तुलना में सेकंडरी मेमोरी काफी सस्ते दामों में उपलब्ध होती है। जिस वजह से ये सस्ती बिकती है।
Information Transfer
Primary memory में जो डाटा, जानकारी, अथवा निर्देश स्टोर होते हैं हम उन्हें दूसरे मेमोरी में ट्रांसफर नहीं कर सकते हैं।
जबकि सेकंडरी मेमोरी में ऐसी कोई पाबंदी नहीं है। हम सेकंडरी मेमोरी से किसी भी दूसरी मेमोरी में डाटा ट्रांसफर कर सकते हैं।
Memory Type
Primary Memory को internal type की मेमोरी माना जाता है। इसका अर्थ है की ये कंप्यूटर के अंदर होती है। कुछ कंप्यूटर में ये मेमोरी built - in भी आती है।
वहीं secondary memory को external मेमोरी कहा जाता है।
Example
प्राइमरी मेमोरी के उदाहरण की बात की जाए तो सबसे पहले दिमाग में RAM एवं ROM का नाम ही आता है।
वहीं अगर सेकंडरी मेमोरी के उदाहरण की बात करें तो हमारे सामने सबसे पहले hard drive एवं CD/DVD जैसे devices का नाम सामने आता है।
Primary एवं Secondary Memory के बीच के मुख्य अंतर - Key Differences Between Primary and Secondary Memory in Hindi
प्राइमरी मेमोरी कंप्यूटर की मुख्य मेमोरी होती है वहीं सेकंडरी मेमोरी सहायक मेमोरी होती है।
प्राइमरी मेमोरी को main memory एवं सेकंडरी मेमोरी को auxiliary memory के नाम से भी जाना जाता है।
प्राइमरी मेमोरी में सेमीकंडक्टर चिप्स का उपयोग होता है जबकि सेकंडरी मेमोरी में magnetic एवं optical devices का।
प्राइमरी मेमोरी में कोई moving part नही होता है लेकिन secondary memory में मूविंग पार्ट होता है।
प्राइमरी मेमोरी volatile एवं non volatile होती है जबकि सेकंडरी सिर्फ non volatile।
प्राइमरी मेमोरी, सेकंडरी मेमोरी से काफी तेज होती है।
प्राइमरी मेमोरी सीपीयू के द्वारा direct accessible है लेकिन सेकंडरी नही।
प्राइमरी मेमोरी महंगी एवं सेकंडरी मेमोरी सस्ती होती है।
प्राइमरी मेमोरी में हमें कम स्टोरेज मिलती है जबकि सेकंडरी मेमोरी में काफी ज्यादा।
प्राइमरी मेमोरी इंटरनल मेमोरी होती है एवं सेकंडरी मेमोरी एक्सटर्नल होती है।
निष्कर्ष - Difference between Primary and Secondary Memory in Hindi
आज की इस पोस्ट में हमने primary एवं secondary memory के बीच के अंतर (Difference Between Primary and Secondary Memory in Hindi) को जाना।
हमने कई आधारों पर इन दोनो मेमोरी की तुलना की।
जैसे स्पीड, कैपेसिटी, एक्सेस, कीमत आदि।
हमने इस पोस्ट में प्राइमरी मेमोरी एवं सेकंडरी मेमोरी को भी संक्षेप में जाना।
हमें उम्मीद है की आपको हमारा आज का लेख पसंद आया होगा एवं इस लेख को पढ़कर आपको प्राइमरी एवं सेकंडरी मेमोरी के अंतर को भी अच्छे से समझ गए होंगे।
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