हम सभी अपने आस पास विभिन्न electronic devices का उपयोग करते हैं जैसे
computer एवं smartphone| आपको पता है इन सब में एक बात सामान्य होती है की इनमे OS(Operating
System) का उपयोग होता है| परन्तु क्या आप जानते हैं की operating system
क्या है
अगर आप इसके बारे में कुछ भी नहीं जानते तो आज आप जान जायेंगे पर अगर आप इसके
बारे में जानते हैं तो इस लेख के द्वारा आप operating system को और अच्छे से जान
जाएंगे|
नमस्कार दोस्तों मैं Aman Pathak, Moody Dost के लेख operating system क्या
है में आप सभी स्वागत करता हूँ|
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OS (Operating System) क्या है – What is Operating System in Hindi
हम किसी भी जगह का उदहारण ले लें हमें कई सारे लोगों/कामों को manage करने के
लिए एक head की जरुरत पड़ती है|
अगर हम कई सारे व्यक्तियों को manage कर रहे हैं तो हमें उनके बीच ताल मेल
बनाने की भी आवश्यकता होती है|
computer में ये सब काम os संभालता है| os का पूरा नाम Operating
System है|
os एक software अथवा program होता है, जो hardware एवं software के बीच ताल-मेल
एवं संपर्क बनाता है|
computer में चल रही सारी गतिविधियों को संभालने(manage करने) का कार्य भी os
का ही होता है| जैसे memory management, security, error, एवं processing
management
os user एवं computer के बीच के interface का भी कार्य करता है|
आसान शब्दों में कहा जाए तो os हमारे पूरे computer को operate एवं manage
करता है| अगर os ना हो तो दुसरे computer software किसी कार्य के नहीं है|
OS (Operating System) की आवश्यकता क्यों है
हमने ये तो जान लिया की os क्या है परन्तु अब हम ये भी जान लेते हैं की
इसकी आवश्कयता क्यों है|
जैसा की मैंने पहले भी कहा था की हमें computer में एक ऐसे software की जरुरत
पड़ती है जो हमारे सभी program को manage कर सके|
एक computer में application एवं system से सम्बंधित विभिन्न प्रकार के tasks
रहते हैं जैसे किस software को कितनी memory देनी है ऐसे tasks को manage करने के लिए
हमें os की आवश्यकता पड़ती है|
जब पहले os नहीं हुआ करते थे तो computer में program को install करने के लिए
उन्हें hardware पर program करना पड़ता था| ये developer के लिए आसन काम था परन्तु
एक साधारण user के लिए नहीं|
लेकिन समय के साथ computer की लोकप्रियता बढ़ने लगी थी जिस वजह से computer को
user friendly होने की आवश्यकता थी जो GUI एवं os की सहायता से हुआ|
os ने hardware एवं software के बीच के interface के रूप में कार्य करना शुरू
किया जिस वजह से एक साधारण user भी computer का आसानी से उपयोग करने लगा|
os ने हमारे computer को पूरी तरह से utilize करने में भी सहायता की|
OS (Operating System) के कार्य/विशेषताएं - Characteristics of Operating System in
Hindi
1. Processor Management
हमारे computer में पूरा data processor के द्वारा process होता है| इसके
पश्चात ही हम अपने computer एवं विभिन्न program का उपयोग कर पाते हैं|
कई बार हमें लगता है की हमारे processor में कोई processing नहीं होती है
परन्तु ऐसा नहीं है एक processor में हमेशा data process होता रहता है|
जब processor में इतना data process होता है तो हमें इसे manage करने की जरुरत
भी पड़ती है| ये काम os के द्वारा किया जाता है| os processor से जुड़े कई काम
संभालत है-
·
os इस बात का ख्याल रखता है की processor द्वारा किस data
को पहले process करना है और किसे बाद में| इसे process scheduling के नाम से भी
जाना जाता है|
·
os processor को एवं processor के द्वारा जो data process
किया जा रहा है उन्हें track करता है|
·
os process के लिए processor को आवंटित करता है एवं जब
processor की आवश्यकता नहीं होती है तो इसे वापस ले लेता है|
2. Memory Management
memory management का तात्पर्य primary memory को manage करने से है|
primary memory computer की एक अहम memory होती है| ये बहुत तेज होती है और processor
data को सीधे इसी memory से access करता है|
हम जितने भी program खोलते हैं वे सब primary memory में खुलते हैं| जब
primary memory computer की इतनी अहम memory है तो इसे manage करने की भी आवश्यकता
है|
जो काम os के द्वारा होता है| os memory से जुडी कई बातों का ध्यान रखता है –
·
जब हम अपने computer में multi programming करते हैं तो OS
इस बात का ध्यान रखता है की किस program को कितनी memory उपलब्ध करनी है|
·
os primary memory को track भी करता है| os देखता है की
computer के द्वारा कितनी memory का उपयोग किया जा रहा है एवं कितनी memory खाली
है|
·
os porgrams के request करने पर उन्हें memory प्रदान करता
है एवं जब program को memory की आवश्यकता नहीं होती है तो उनसे memory वापस ले
लेता है|
3. Device Management
हमारे computer से कई तरह के devices connect रहते हैं| os device driver के
जरिये इन devices के बीच में संपर्क बनाता है| os devices को manage करता है एवं
devices से सम्बंधित कई कार्य करता है|
·
os सभी devices को track करता है| इस कार्य को I/O controller
के नाम से भी जाना जाता है|
·
os ये निश्चित करता है की device को कोनसी process कब और
कितने समय के लिए मिलेगी|
·
os devices को allocate एवं deallocate करता है|
4. File Management
सभी computer में file system होते हैं| user के आसान मार्ग निर्देशन के लिए file
system कई सारे directories में बंटा हुआ होता है| इन directories में कई और
directories एवं files रहती है जिन्हें os manage करता है|
os file management के लिए कई कार्य करता है|
·
os सभी files की जानकारी, उनकी location, उनके उपयोग एवं
status का हिसाब किताब रखता है|
·
os resources को allocate एवं deallocate करता है|
5. Software एवं User के बीच ताल-मेल बनाना
OS interpreters, compilers assemblers एवं अन्य softwares को computer system
के विभिन्न user के बीच में नियुक्त एवं समायोजित करता है| जिसे आसन भाषा में
software एवं user के बीच ताल मेल बनाना कहते हैं|
6. Security
आज के समय में computer virus बहुत फ़ैल रहे हैं एवं malware से computer में
समस्या आ रही है| हमारे computer में कई सारी जानकारियां होती हैं एवं हमारा data
होता है| computer में virus से इस data की सुरक्षा करना एक जरूरी काम होता है|
ये काम भी os करता है| os लगातार हमारे computer system पर data की सुरक्षा से
जुड़े काम करता रहता है|
7. Error Detection
computer को उपयोग करते समय कई error आते हैं| इन errors में कुछ error
internal hardware से सम्बंधित रहते हैं एवं कुछ external hardware से| error कई
प्रकार के होते हैं जैसे memory error, device failure आदि|
ऐसे में इन errors को detect करना एवं इन पर respond करना os का कार्य बन जाता
है और os इस कार्य को अच्छे से करता है|
8. Job Accounting
एक computer में लगातार विभिन्न device कई कार्य कर रहे होते हैं| os इन
कार्यों को track करता है| os देखता है की users एवं devices द्वारा कितने
resources का उपयोग किया जा रहा है|
9. Controlling System Performance
computer में अच्छी system performance बहुत जरूरी होती है| performance को
control करने के लिए os कई कार्य करता है|
os performance बढ़ाने के लिए system health को monitor करता है|
os service request एवं system के response के बीच के समय का record रखता है|
इन सभी कार्यों से system से जुडी जरूर जानकरी मिलती है जिनक उपयोग कर os performance को improve करने में सहायता करता
है|
OS (Operating System) के प्रकार – Types of Operating System in Hindi
अब आपने os के बारे में इतना सब जान लिया है तो आपके मन एक प्रश्न भी जरूर आ
रहा होगा की ऑपरेटिंग सिस्टम के कितने प्रकार होते हैं?
तो चलिए इस प्रश्न का उत्तर भी जान लेते हैं|
Operating System मुख्यतः 5 प्रकार के होते हैं|
1. Batch Operating System
2. Time Sharing Operating
System
3. Distributed Operating
System
4. Network Operating System
5. Real Time Operating System
1. Batch Operating System
इस तरह के os computer से सीधे interact नहीं करते हैं| इनमे operating system
एवं computer के बीच में एक operator रहता है|
ये operator os के द्वारा भेजे गए tasks में से एक tasks का group बनाता है
जिसे batch के नाम से जाना जाता है| फिर ये tasks का group batch के रूप में cpu
तक पहुँचता है|
चलिए इसे एक उदहारण से समझते हैं|
एक सरकारी दफ्तर है जहाँ पर विभिन्न प्रकार के form जमा होते हैं| इसके बाद ये
form जांच होने के लिए verification विभाग में जाते हैं|
लेकिन यहाँ पर हमेशा बीच में एक व्यक्ति होता है जो verification विभाग में
form भेजने से पहले उन form को अलग अलग करके एक जैसे forms के group बनाता है|
अब आप इस उदहारण में दफ्तर को os की तरह मानिए verification विभाग
को cpu समझिये| इन दोनों के बीच में जो व्यक्ति है वह operator है एवं
वे forms task हैं एवं उन forms का group batch है|
2. Time Sharing Operating System
इस operating system में हर task को execute होने के लिए कुछ समय दिया जाता
है| ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि सभी task सरलता से पूरे हो सकें| ये task अकेले
user अथवा एक से ज्यादा user के द्वारा भी हो सकते हैं|
हर user को cpu में उतना ही समय मिलता है जितना अकेले उनके द्वारा computer
इस्तेमाल करने पर मिलता है| इस तरह के system को multitasking system के नाम से भी
जाना जाता है|
3. Distributed Operating System
इस तरह के os distributed system में उपयोग होते हैं| distributed os एक समय
पर कई task को संभालने एवं कई users को data serve करने के लिए एक साथ कई
processors का उपयोग करता है|
इस तरह के os में data processing tasks को विभिन्न processors के बीच में
बाँट दिया जाता है|
4. Network Operating System
इस तरह के operating system का उपयोग server में होता है| ये os server को
data, users, group, security application एवं अन्य networking function को manage
करने की क्षमता प्रदान करता है|
इस तरह के os का मुख्य उद्देश्य यही होता है की एक network के अन्दर विभिन्न
computers के बीच में file sharing एवं printer access सुविधा उपलब्ध हो पाए|
ज्यादातर ये network, local area network(LAN) एवं private network होते हैं|
5. Real Time Operating System
इस तरह के operating system का उपयोग real time system में होता है|
real time system वे होते हैं जहाँ पर input data को process एवं respond करने
में बहुत ही कम समय लगता है| system के द्वारा input पर respond करने के समय को
response time कहते हैं|
real time systems में time interval बहुत ही सख्त होता है| जैसे missile
systems, air traffic control system, robots आदि|
Real time operating system दो प्रकार के होते हैं|
·
Hard Real Time Systems
ये os उन application के लिए बने होते हैं जहाँ पर समय की
पाबंदी बहुत सख्त होती है| यहाँ तक की थोड़ी सी देरी भी स्वीकार्य नहीं होती है|
·
Soft Real Time Systems
ये os उन application के लिए बना होता है जहाँ पर समय की
पाबंदी सख्त होती है पर ज्यादा सख्त नहीं होती है|
OS (Operating System) के फायदे – Advantages of Operating System in Hindi
1. User Friendly Inetrface – एक os हमें gui प्रदान
करता है| जिसकी सहायता से हम बिना किसी command के अपने computer को operate कर
पाते हैं|
2. Resource Sharing – operating system data
एवं महत्वपूर्ण जानकारी को एनी devices जैसे printers, modems, एवं fax machine के
साथ शेयर करता है|
3. No Coding – जबसे os में gui आया है
तब से फिर किसी को भी computer चलाने के लिए और coding नहीं करनी पड़ी|
4. Safeguard of Data – एक computer के अन्दर
user का बहुत data होता है जो की महत्वपूर्ण होता है| os इस data की सुरक्षा करता
है|
5. Software Update – जैसा की हमें पता है की
os एक software है इसका मतलब ये हैं की हमें इसमें software update भी अवश्य
मिलेंगे| software update से os हमेशा improve होता रहता है|
6. Multitasking – हम os की सहायता से अपने
computer के अन्दर आसानी से multitasking कर पाते हैं|
OS (Operating System) के नुकसान – Disadvantages of Operating System in Hindi
1. Expensive – अगर एक os की बात करें
तो इसे उपयोग करने के लिए हमें पहले इसका licence खरीदना पड़ता है जो की बहुत महंगा
होता है|
अगर हम windows os की बात
करें तो उसका एक licence 10000 से 15000 रुपय के बीच में आता है|
2. Large Size – आज के समय में ज्यादातर
जो नए os आ रहे हैं उनके साइज़ बहुत बड़े है|
3. Reliability – जैसा की हमने पढ़ा है
वर्तमान में OS computer का एक अहम software बन चुका है| जिसका अर्थ है की हम बिना
os के computer का उपयोग नहीं कर सकते| ऐसे में अगर कभी os में कुछ समस्या होती है
तो हमारे computer के सभी parts एकदम से कार्य करना बंद कर देंगे|
4. Complexity – os को लिखने में जिस
भाषा का उपयोग होता है वह भाषा साधारण भाषा से काफी जटिल होती है जिसे एक normal
user नहीं समझ सकता|
5. Virus Attacks – एक os में viruses का
खतरा हमेशा रहता है| कई बार user ना जानते हुए भी virus से प्रभावित software
डाउनलोड कर लेते हैं अथवा website पर चले जाते हैं जिससे उनके computer में भी
virus आ जाते हैं|
प्रसिद्ध OS (Operating System) के नाम
1. Windows OS – आज के समय में computer में सबसे ज्यादा इसी os का उपयोग किया जाता है| दुनिया के अधिकांश computers में इसी os का उपयोग होता है|
2. Android OS – हम सभी के फ़ोन में इसी
os का उपयोग होता है|
3. Mac OS – Apple अपने प्रोडक्ट्स
में किसी दूसरी कंपनी के os का उपयोग नहीं करता उसने इस os को अपने computer
devices के लिए बनाया है| apple इस os का प्रयोग अपने computers में करता है|
4. iOS – ये os apple ने iphone
के लिए बनाया है| सभी iphone में इसी os का उपयोग होता है|
5. Linux – linux एक open source os
है| इसका अर्थ है हमें इसे उपयोग करने के लिए इसका लाइसेंस खरीदने की आवश्यकता
नहीं है| linux developers के बीच में बहुत प्रसिद्ध है|
OS (Operating System) की Services
एक os द्वारा कई तरह की services प्रदान की जाती हैं| उनमे से कुछ मुख्य हैं
:-
v User Interface
v Program Execution
v File system manipulation
v Input / Output Operations
v Communication
v Resource Allocation
v Error Detection
v Accounting
v Security and protection
आज हमने क्या सीखा
आज हमने computer के एक अहम विषय operating system के बारे में बात की|
operating system एक जटिल विषय है जिसे college में CS के विद्यार्थियों को पढाया
जाता है|
आज हमने उसी विषय की कुछ मूल बातों को आसान भाषा में समझने की कोशिश की है| इस
लेख को सामान्य जन के ज्ञान के अनुसार लिखा गया है ताकि सभी व्यक्ति इसे आसानी से
समझ सकें|
हमारे यही उद्देश्य है की हम भारत में आसन भाषा में technology पर लेख लिखें जिसे
पढ़कर सामान्यजन अपना ज्ञान बढ़ा सकें|
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