नमस्कार दोस्तों मैं अमन
पाठक एक बार फिर से आप सभी का moody dost में बहुत बहुत स्वागत करता हूँ|
आज के लेख के जरिये हम कंप्यूटर एवं फ़ोन के ram के बारे में जानेंगे| जब भी हम नया लैपटॉप या फ़ोन खरीदते हैं तब हम लोग ram जरूर देखते हैं| RAM कंप्यूटर का एक अहम हिस्सा होता है इस वजह से हमें इसके बारे में जानकारी अवश्य होनी चाहिए परन्तु हम में से बहुत लोगों को ram की बिलकुल जानकारी नहीं है तो आज उन्हें भी जानकारी मिल ही जायेगी एवं जो ram के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं वे भी RAM के बारे में जान सकेंगे|
RAM क्या है (What is RAM in Hindi)
RAM एक तरह की computer memory होती है|
ये primary memory होती है| ये एक volatile memory होती
है| RAM का फुल फॉर्म रैंडम एक्सेस मेमोरी(Random Access Memory) होता है| RAM का मुख्य कार्य working
data को सुरक्षित रखने करने का होता है| RAM में वो data स्टोर होता है
जिसे हम वर्तमान में उपयोग कर रहे होते हैं| जैसे हम अगर कोई गाना सुन रहे है तो वह पहले हार्ड डिस्क से RAM में आया है उसके बाद प्रोसेस हुआ है और हमें सुनाई दे रहा है|
चलिए इस बात को एक अच्छे उदहारण से समझ लेते हैं|
जैसे कि हमें सब्जी बनानी है, तो हमें सबसे पहले सब्जी काटनी पड़ेगी| सब्जी
काटने के लिए हमें पहले सब्जी टोकरी से निकालनी पड़ेगी उसके बाद हमें एक खाली जगह
चाहिए ताकि हम सब्जी को अच्छे से काट सके| अब हम सब्जी को टोकरी में तो नहीं काट
सकते.... तो हमें एक जगह चाहिए होती है चाहे वो सब्जी काटने वाला बोर्ड हो या
हमारा हाथ|
इसी तरह हमें data को process करने के लिए एक जगह चाहिए होती है| इसी जगह को
हम RAM कहते हैं| ऊपर वाले उदहारण में हम सब्जी को data की जगह,
टोकरी को hard disk की तरह एवं choapboard को RAM की जगह देख रहे हैं| अगर
आपको सब्जी वाला उदहारण अच्छे से समझ आ गया होगा तो आपको RAM भी समझ में आ जाएगी|
RAM की properties
1.
RAM बहुत महंगी होती है| जहाँ
पर 4000 रूपए में 500GB HDD या 256GB SSD आ रही है वहीँ पर इतने रुपयों में मात्र
8GB RAM आती है| अब आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं की RAM कितनी महंगी होती है|
2.
ये बहुत ही तेज होती है| HDD एवं SSD के मुकाबले ये बहुत ही
तेज होती है|
3.
RAM एक volatile memory होती है|
4.
RAM की memory का उपयोग कंप्यूटर के CPU(processor) के
द्वारा किया जाता है|
5.
RAM को working memory भी कहा जाता है|
RAM की जरुरत क्यों पड़ी
RAM की जरुरत हमें कई कारणों
से पड़ी उनमे से मुख्य कारण है hard disk का धीमा होना|
1.
चूंकि hard disk धीमी होती है इसी वजह से data processing
में भी समय लगता| जिस कारन हमें RAM की आवश्यकता पड़ी|
2.
एक और कारण यह है की RAM को एक अलग memory दी गयी
है ताकि हम जो भी काम करें वह बिलकुल अलग हो और बाद में हम उसे hard disk में हम
save कर दें|
जैसे अगर हमें स्कूल का होम
वर्क करना होता है तो हम सभी नोटबुक्स को अलग रख देते हैं एवं जिसमे काम करना होता
है वह हम अपने पास रख लेते हैं| तो इसी तरीके से RAM वही जगह है जा हम अपना
वर्तमान कार्य कर सकते हैं|
और भी कई कई कारण है परन्तु
ये दो कारण मुख्य हैं|
RAM किस तरह कार्य करती है
इससे आपको ये भी पता चल जाएगा की एक computer किस तरह कार्य
करता है|
जैसा की मैं ऊपर ही बता चूका हूँ की RAM में जो data हम वर्तमान
में use कर रहे होते हैं वाही data RAM में रहता है|
RAM सबसे पहले hard disk से
data लेता है एवं उसे अपने पास रख लेता है उसके बाद प्रोसेसर के साथ उस data का
आदान प्रदान करता रहता है|
जैसे हमने कोई सॉफ्टवेर खोला तो सबसे पहले RAM, hard disk से उस सॉफ्टवेर
का पूरा data ले लेगा उसके बाद जैसे ही प्रोसेसर data मांगेगा तो वो डायरेक्ट RAM से जाएगा नाकि hard disk से|
RAM कितने प्रकार की होती है
वैसे RAM के प्रकार तो बहुत हैं परन्तु मुख्यतः ये दो प्रकार की होती है|
1. SRAM (स्टैटिक RAM | Static RAM) :-ये रैम मुख्यत ट्रांजिस्टर पे कार्य करती है। ये रेम latching circuitry (flip-flop) तकनीक का इस्तेमाल करती है| इस RAM का मुख्यतः उपयोग computer के cache के लिए किया जाता है|
2. DRAM (डायनामिक RAM | Dynamic RAM):- आज के समय में हमारे कंप्यूटर्स में इसी रैम का उपयोग किया जा रहा है रैम का एक मेमोरी सेल आईसी के अंदर ट्रांजिस्टर और कैपेसिटर से बना होता है, ये दोनों MOS तकनीक पर आधारित हैं।
DRAM के भी कई प्रकार होते हैं|
क्या हम बिना RAM के भी कंप्यूटर चला सकते हैं
इस बात का सीधा सा जवाब है, नहीं| ये normally संभव नहीं है| जब तक कोई विशेषज्ञ
कंप्यूटर के पार्ट्स में बहुत बदलाव ना कर दे तब तक ये मुमकिन नहीं है| हमारे
कंप्यूटर के motherboard को इस तरीके से बनाया गया है की वह बिना RAM के boot(चालू) ही नहीं हो सके| इस वजह से वर्तमान में तो हमें कंप्यूटर को चलने के
लिए RAM की आवश्यकता है| हो सकता है भविष्य में ऐसी
कोई technology आये जिससे हमारा कंप्यूटर बिना RAM के boot हो जाए.........
Computer एवं Smartphone की RAM में क्या अंतर होता है
वैसे तो दोनों की RAM में ज्यादा अंतर नहीं है
परन्तु एक अंतर है जो इन्हें अलग करती है|
Computer में DDR(Double Data Rate) RAM का उपयोग होता है जबकि phone में LPDDR(Low Power Double Data Rate) का उपयोग
होता है, ये RAM DDR का ही एक प्रकार है|
अब बात आती है की इनमे अंतर क्या है......?
तो इनमे मुख्य अंतर इनकी performance का है|
·
DDR को इस तरीके से बनाया गया है की हम इसे अपग्रेड कर सके|
इसमें performance को प्राथमिकता दी गयी है क्योंकि कंप्यूटर में मुख्यतः बड़े बड़े
काम होते हैं जिसमे performance बढ़िया चाहिए होती है| हम कंप्यूटर की RAM को अपने आप बदल सकते हैं|
·
LPDDR – जैसा की इसके नाम से पता ही चल रहा है की इसे कम power consumption को देखते हुए बनाया| चूंकि
mobile की बैटरी ज्यादा चलानी है इस वजह से हमें इसी तरह की RAM की आवश्यकता है| हम mobile की RAM को नहीं बदल सकते|
क्या RAM को कहीं पर भी ले जाया सकता है
इस प्रश्न का उत्तर हाँ भी है और ना भी| क्योंकि हम कंप्यूटर की RAM को निकल
एवं लगा सकते हैं बिना किसी समस्या के जबकि फ़ोन की RAM के साथ हम ऐसा नहीं कर
सकते|
हम कंप्यूटर की RAM निकाल सकते हैं, नयी लगा
सकते हैं| नयी RAM online खरीद कर लगा सकते
हैं| परन्तु फ़ोन में ये सुविधा नहीं है|
Virtual RAM या PENDRIVE RAM क्या होती है
virtual RAM असली RAM नहीं होती है लेकिन इसे लगाने के बाद हमारे कंप्यूटर की RAM जरूर बढ़ जाती है| virtual RAM portable होती है| अगर
हमें अपनी RAM बढानी या निकालनी होती है
तो हमें pc को खोलना पड़ता है पर virtual RAM की सहायता से हम बिना pc
को खोले अपने computer की RAM बढ़ा सकते हैं|
हम अपनी pendrive को usb port में लगाकर virtual RAM बना कर उपयोग कर सकते हैं|
आज हमने क्या सीखा
आज के लेख के जरिये हमने जाना की RAM क्या होती है, किस तरह
कार्य करती है एवं RAM के बारे में बहुत सी बातें
जानी|
इस लेख का मूल उद्देश्य लोगो को जानकारी देना है ताकि उनका ज्ञान बढ़ सके| हम
आपके लिए ऐसे ही नए-नए लेख लाते रहेंगे|